राजधानी रायपुर में किडनैपिंग: अपहरण करने वाले 05 आरोपी गिरफ्तार
थाना गोलबाजार क्षेत्रांतर्गत मोती नगर पास से किये थे प्रार्थी विवेक गुप्ता का अपहरण।
बीच सड़क में कार खड़ी करने की आपसी विवाद बना अपहरण का कारण।
आरोपियान अपहृत से 50 हजार रूपये की मांग कर रहे थे मांग।
पुलिस के बढ़ते दबाव से आरोपियान अपहृत को छोड़ कर हो गये थे फरार।
सभी आरोपियान है अमलेश्वर जिला दुर्ग के निवासी।
आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट कार क्रमांक सी जी/04/एच बी/1800 को किया गया है जप्त।
आरोपियों के विरूद्ध थाना गोलबाजार मंे अपराध क्रमांक 115/2020 धारा 365, 386, 392 भादवि. के तहत् किया गया है अपराध पंजीबद्ध।
रायपुर: प्रार्थी विवेक गुप्ता ने थाना गोलबाजार में रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 27.11.2020 के यूनियन क्लब के सामने पहुंचा तब देखा एक सफेद रंग की स्विफ्ट कार सडक पर बीच में खडी थी और प्रार्थी के काम्प्लेक्स में रहने वाले हासिम व गुड़िया से दो तीन लोग वाद विवाद झगडा कर रहे थे। प्रार्थी वहां पर बीच बचाव के लिए जाकर उन्हें लडाई करने से मना किया तो वे प्रार्थी को गाली गलौच करते हुये मारने लगे और हाथ से खींचकर धक्का देकर, पैर उठाकर जबरदस्ती स्विफ्ट कार में अंदर डाल दिये तथा अमलेश्वर में एक घर में ले गये उस घर में अंदर रखकर करीब प्रार्थी को हाथ मुक्का व हाथ में हैंड फाईटर लगाकर मारपीट किये एवं 50,000 रूपये की मांग कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस टीम की पेट्रोलिंग जो सायरन बजाते हुये जा रही थी एवं पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण आरोपियान प्रार्थी अपहृत को छोड़ कर फरार हो गये तथा प्रार्थी अपनी मां, बहन एवं भाई के साथ घर में वापस आ गया। जिस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 115/20 धारा 365, 386, 392 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय श्री अजय यादव द्वारा घटना को गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली एवं प्रभारी सायबर सेल को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सायबर सेल की टीम द्वारा प्रार्थी से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ किया जाकर प्रार्थी को अपहृत कर जिस स्थान पर रखा गया था के संबंध में भी पूछताछ किया जाकर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी प्रारंभ किया गया। टीम द्वारा सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन किया जाकर आरोपियों की पतासाजी हेतु मुखबीर लगाने के साथ ही तकनीकी विश्लेषण कर अज्ञात आरोपियों की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान टीम को अमलेश्वर निवासी हर्ष शर्मा के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिली जिस पर टीम द्वारा हर्ष शर्मा को पकड़कर घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा अपने अन्य 04 साथियों के साथ मिलकर उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया। टीम द्वारा घटना में शामिल आरोपी निखिल चन्द्राकर, रिंकू उर्फ रितेश साहू, सार्थक डे एवं हिमांशु शर्मा को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने गाड़ी खड़ी करने की आपसी विवाद होने के कारण प्रार्थी का अपरहण करना बताया। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट कार क्रमांक सी जी/04/एच बी/1800 को जप्त किया गया है। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही किया गया।
गिरफ्तार आरोपी
01. निखिल चन्द्राकर पिता दानेश चन्द्राकर उम्र 18 साल निवासी शिव पार्क कालोनी फेस – 1, अमलेश्वर, जिला दुर्ग।
02. हर्ष शर्मा पिता विनोद कुमार शर्मा उम्र 19 साल निवासी पी आर टी कालोनी महादेव घाट, अमलेश्वर, जिला दुर्ग।
03. रिंकू उर्फ रितेश साहू पिता लखन लाल साहू उम्र 19 साल निवासी शीतला मंदिर के सामने अमलेश्वर, जिला दुर्ग।
04. सार्थक डे पिता मोर्बिन डे उम्र 34 साल निवासी मकान नंबर 72 प्रगति विहार, अमलेश्वर, जिला दुर्ग।
05. हिमांशु शर्मा पिता प्रफुल्ल कुमार शर्मा उम्र 29 साल निवासी पी आर टी कालोनी महादेव घाट, अमलेश्वर, जिला दुर्ग।
आरोपियों को गिरफ्तार करने में निरीक्षक रमाकांत साहू प्रभारी सायबर सेल, सायबर सेल से प्र.आर. जमील खान, ईरफान खान, संतोष सिंह, आर. नोहर देशमुख, विजय पटेल, मोह0 सुल्तान, अनिल पाण्डेय एवं धनंजय गोस्वामी की अहम भूमिका रहीं।