परीक्षार्थियों द्वारा परीक्षा शुल्क दिया गया है और उत्तर पुस्तिका महाविद्यालय उपलब्ध नहीं करा रहा है तो परीक्षार्थी उत्तर पुस्तिका बाहर से ले रहे हैं उसमें पैसे अधिक खर्च हो रहा है ऐसे में छात्र पर दोहरा भार आ रहा है विश्वविद्यालय छात्रों द्वारा लिए गए परीक्षा शुल्क में से कॉपी जांच व रिजल्ट का खर्च काट कर बाकी शुल्क को छात्रों को वापस करें।
*अगर विश्वविद्यालय यह शुल्क वापस नही करता है तो छात्रों को पोस्ट आफिस से उत्तरपुस्तिका पोस्ट करने के सम्पूर्ण खर्च का वहन करे व छात्रों को निशुल्क पोस्ट करने की सुविधा प्रदान करें।*
जगदलपुर। बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के जिला संयोजक भरत कश्यप का ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि जो छात्र पोस्ट द्वारा उत्तरपुस्तिका भेजने में असमर्थ हैं उन्हें अपने महाविद्यालय में उत्तरपुस्तिका जमा करने की सुविधा प्रदान करें , जैसे छात्रों को कुछ दिनों पूर्व प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने हेतु महाविद्यालय बुलाया गया था वैसी उत्तरपुस्तिका जमा करवाने हेतु भी उन्हें महाविद्यालय आ कर जमा करने की आज्ञा प्रदान की जाए।कोरोना महामारी के इस समय में गरीब छात्रों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पहले शुल्क लिया जा चुका है तो विश्वविद्यालय/महाविद्यालय प्रबंधन को चाहिए कि परीक्षा में खर्च का वहन छात्रहित में करें। बस्तर में लगातार कोरोना संक्रमण जैसे महामारी वायरस बढ़ रहा है। बस्तर में धारा 144 लगा हुआ है और इस वक्त विश्वविद्यालय का निर्णय छात्राओं को कटघरे में खड़ा कर दिया है। बस्तर संभाग में डाकघरों में सैकड़ों परीक्षार्थियों भीड़ के साथ अपने जान जोखिम में डालकर कतार में खड़े लगे रहते हैं। राज्य सरकार व विश्वविद्यालय ये निर्णय ले कि छात्राओं को अपने पंचायतों या महाविद्यालय में जमा करने का आदेश दे ।